एसईसीएल चिरमिरी प्रबंधन के खिलाफ धरना प्रदर्शन, ये है वजह
भरतपुर: चिरमिरी नगर पालिका निगम में एसईसीएल के खिलाफ कांग्रेस पार्षद, मेयर कंचन जायसवाल और स्थानीय लोग सड़क पर उतर आए. जर्जर सड़कों का निर्माण, खदानों में चिरमिरी के युवाओं को नौकरी देने संबंधी कई मांगों को लेकर प्रदर्शन करने लगे.
एमआईसी सदस्य का एसईसीएल पर आरोप:एमआईसी सदस्य शिवांश जैन ने कहा, “कांग्रेस सरकार के समय से मंगल भवन निर्माण का काम अधूरा पड़ा है. साथ ही जो खदानें खोली गई है, उन खदानों में चिरमिरी के ही युवकों को रोजगार दिया जाए. बरतुंगा जाने वाली सड़क पूरी तरह से जर्जर है. एसईसीएल के मकान में पिछले 10 सालों से रह रहे लोगों को स्थायी रूप से रखने के संबंध में धरने पर बैठे हैं. हमें आश्वासन मिला है कि 15 दिनों में समस्या का समाधान करेंगे.”
“प्रदर्शनकारियों ने ज्ञापन दिया है. इस पर एसईसीएल ने 15 दिनों का आश्वासन दिया है. इस पर आपस में बात विचार करके समस्याओं का समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा.” -शशि शेखर मिश्रा, तहसीलदा निगम महापौर ने बताई आंदलन की वजह: चिरमिरी नगर निगम की महापौर कंचन जायसवाल ने कहा, ” इस आंदोलन के लिए हमें मजबूर किया गया.हमारे निगम के एमआईसी सदस्य पार्षद शिवन जैन कांग्रेस सरकार के समय से पत्राचार के माध्यम से एसईसीएल को परेशानियों के बारे में बता रहे थे बावजूद इसके विकासकार्यों को रोका गया जिससे मजबूरन हमें उग्र आंदोलन करना पड़ा.”
“एसईसीएल मंगल भवन को लेकर पूरी तरह से संजिदा है.एसईसीएल ने लॉ का पालन करते हुए अपना निर्णय लिया है, जिन कार्यो पर रोक लगी है. कोल इंडिया ने जो आदेश दिया है, उस आदेश का पालन हमारे अफसर कर रहे हैं. डीएवी स्कूल जाने वाले रास्ते को हम बनवा देंगे. -दिलीप बोबड़े, डिप्टी जीएम, एसईसीएल चिरमिरी
बता दें आंदोलनकारियों ने 15 दिनों के अंदर दिया गया आश्वासन पूरा नहीं करने पर आगे फिर से उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.