सरगुजा। सरगुजा जिले के उदयपुर में पुलिस ने चार नाबालिग लड़कियों को मानव तस्करों के शिकंजे से बचाया है। इन लड़कियों को काम दिलाने का झांसा देकर उत्तर प्रदेश ले जाया जा रहा था, लेकिन पुलिस ने संदिग्ध अवस्था में उन्हें रोक लिया और तस्कर को हिरासत में ले लिया। नाबालिग लड़कियों को सीडब्लूसी (चाइल्ड वेलफेयर कमेटी) को सौंप दिया गया है, जिन्होंने पूछताछ के बाद उन्हें उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
पुलिस के अनुसार, चारों लड़कियों को उदयपुर के सानीबर्रा इलाके से एक ऑटो में बैठा देखा गया। इस दौरान उनके साथ संदीप नाम का युवक भी था, जिसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पूछताछ में लड़कियों ने बताया कि उन्हें उत्तर प्रदेश में अच्छी मजदूरी मिलने का झांसा देकर उनके घर से बिना जानकारी लिए ले जाया जा रहा था। इसके अलावा, पुलिस ने दो अन्य नाबालिग लड़कों को भी बरामद किया, जो इस मामले में शामिल थे।
यह घटना सरगुजा जिले में मानव तस्करी की बढ़ती समस्या को उजागर करती है। पिछले पांच वर्षों में जिले से 500 से अधिक लड़कियां और 85 लड़के गायब हुए हैं। इनमें से 333 महिलाएं और 14 लड़कियां अभी तक लापता हैं। सरगुजा के एएसपी अमोलक सिंह ने कहा कि पुलिस मानव तस्करी को रोकने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है। ग्रामीण इलाकों में जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, जबकि स्कूलों में बच्चों को तस्करी से बचने के उपायों के बारे में जानकारी दी जा रही है। इसके साथ ही आदिवासी इलाकों में पढ़ाई पूरी न करने वाले बच्चों को दलालों के झांसे से बचाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।