बिलासपुर। एनएसयूआई ने महर्षि विश्वविद्यालय में चल रहे फर्जीवाड़ा को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्र नेताओं ने महर्षि यूनिवर्सिटी के फर्जीवाड़े और अनियमितताओं को लेकर छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग की निरीक्षण समिति के समक्ष दस्तावेजों और साक्ष्यों के साथ शिकायत प्रस्तुत की। 11 प्रमुख बिंदुओं पर ज्ञापन सौंपा, जिनमें भूमि और भवन के दुरुपयोग, कुलपति की अवैध नियुक्ति, प्राध्यापकों की फर्जी सूची, छात्रवृत्ति पर रोक, पीएचडी पाठ्यक्रम में फर्जीवाड़ा, और खुलेआम नकल कराने जैसे गंभीर आरोप शामिल थे।
ये भी आरोप लगाया कि पूर्व की जांच समितियां निष्पक्ष कार्रवाई करने में विफल रही हैं और केवल छात्रवृत्ति पर रोक लगाकर छात्रों को नुकसान पहुंचाया गया है। उन्होंने मांग की कि इस बार निरीक्षण समिति दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करे। जांच समिति के सदस्य डॉ. सुशील त्रिवेदी, डॉ. ए. के. श्रीवास्तव, और डॉ. बी. एल. गोयल ने सभी दस्तावेजों का परीक्षण कर निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। एनएसयूआई के अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता ने उम्मीद जताई कि इस बार जांच में पारदर्शिता होगी और दोषियों पर कार्रवाई होगी।