छत्तीसगढ
एसडीएम व तहसील कार्यालय में अनुपस्थित 5 कर्मचारियों को नोटिस..
बिलासपुर। बिल्हा के शासकीय कार्यालयों में चल रहे कार्यों का निरीक्षण करने संभागायुक्त महादेव कावरे अचानक गुरुवार को पहुचे। आकस्मिक निरीक्षण के दौरान एसडीएम व तहसील कार्यालय में 5 कर्मचारी गायब थे, जिन्हें संभागायुक्त ने तत्काल नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है। निरीक्षण के दौरान संभागायुक्त ने लंबित भू-अर्जन मुआवजा राशि के 4.5 करोड़ रुपये का वितरण शीघ्र करने और राजस्व प्रकरणों के त्वरित निराकरण करने का निर्देश दिया है।
समय पर नहीं पहुंचे, तो होगी कार्रवाई
निरीक्षण के दौरान बिल्हा तहसील कार्यालय पहुंने पर संभागायुक्त महादेव कावरे ने पाया कि सुशील कुमार दुबे, एम कश्यप, जगन्नाथ व दिलीप वस्त्रकार अपनी जगह पर नहीं है। किसी को इनके आने या कही काम से जाने की जानकारी नहीं थी। इसी तरह एसडीएम कार्यालय में निरीक्षण के दौरान कालिंद्री देवांगन अनुपस्थित थी। संभागायुक्त ने कहा कि कार्यालय में समय पर उपस्थित रहना और जनता के कार्यों का निपटान तेजी से करना अनिवार्य है।
कार्यालयों में अनुशासन और पारदर्शिता पर जोर
संभागायुक्त महादेव कावरे ने निरीक्षण के दौरान सभी कर्मचारियों को अपनी पहचान के लिए नेम प्लेट लगाने का निर्देश दिया इससे आमजन के साथ संवाद और सेवाएं दोनों में सुगमता आएगी। फाइलों को व्यवस्थित रखने और जनता के साथ सकारात्मक व्यवहार बनाए रखने के भी निर्देश दिए।
लंबित मुआवजे का शीघ्र वितरण
संभागायुक्त ने भू-अर्जन से संबंधित लंबित 4.5 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि का शीघ्र वितरण करने को कहा। उनका कहना था कि किसानों को जल्द मुआवजा मिलना चाहिए, ताकि वे अपनी समस्याओं से उबर सकें। निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य कार्यालयों की कार्यप्रणाली में सुधार लाना और कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करना था, जिससे जनता को सेवाएं समय पर और प्रभावी ढंग से मिल सकें।