बुधनी से अधिक विजयपुर में उपचुनाव का प्रचार थमा…
भोपाल : प्रदेश में बुधनी और विजयपुर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए सोमवार शाम पांच बजे प्रचार थमने से पहले भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने जमकर प्रचार किया। दोनों का अधिक जोर विजयपुर में रहा। यहां मुकाबला कांटे का माना जा रहा है। भाजपा ने वन मंत्री रामनिवास रावत तो कांग्रेस ने पार्टी में कुछ समय पहले ही आए मुकेश मल्होत्रा पर दांव लगाया है।
अंतिम दिन डटे रहे शिवराज
प्रचार के अंतिम दिन केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी तो विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने विजयपुर में मोर्चा संभाला। मतदान 13 नवंबर को सुबह सात बजे से होगा। बुधनी विधानसभा सीट केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और विजयपुर कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत के विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र देने के कारण रिक्त हुई हैं।
बुधनी और विजयपुर में लड़ाई
भाजपा जहां बुधनी में अपना कब्जा बरकरार रखने के लिए जोर लगा रही है तो विजयपुर को भी अपने पाले में करना चाहती है। यहां से भाजपा ने रामनिवास रावत को मैदान में उतारा है, जो छह बार कांग्रेस से विधायक रहे हैं। विजयपुर में कांग्रेस मुरैना लोकसभा चुनाव में रामनिवास रावत द्वारा पार्टी छोड़कर किए गए नुकसान का हिसाब चुकता करना चाहती है। यही कारण है कि भाजपा और कांग्रेस ने विजयपुर सीट पर अधिक ध्यान दिया।
सचिन पायलट ने भी किया प्रचार
मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने यहां के सियासी समीकरणों को साधने के लिए रात्रि विश्राम भी किया तो कई सभाओं को संबोधित किया। वहीं, कांग्रेस ने यहां अपने सभी वरिष्ठ नेताओं को प्रचार में लगाया। जातिगत समीकरणों को प्रदेश के बाहर से एकमात्र स्टार प्रचारक राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को बुलाया तो आदिवासी और अनुसूचित जाति वर्ग के नेताओं को मैदान में उतारा।
डटे रहे पटवारी और शिवराज
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी प्रचार थमने से पहले तक डटे रहे। उधर, बुधनी में पूर्व केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मोर्चा संभाला। प्रचार के अंतिम दिन तीन सभाएं करके कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी बुधनी पहुंचे तो कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, अरुण यादव से लेकर सभी वरिष्ठ नेताओं ने सभाएं कीं।
घर-घर संपर्क का चलेगा दौर
प्रचार थमने के बाद अब घर-घर संपर्क और बंद कमरा बैठकों का दौर चलेगा। कोई भी सार्वजनिक कार्यक्रम आचार संहिता के उल्लंघन की परिधि में आएगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि मतदान की सभी तैयारी हो चुकी है। मंगलवार शाम तक मतदान दल रवाना हो जाएंगे। सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील केंद्र और क्षेत्रों में सशस्त्र बल के जवानों को तैनात किया गया है। मतगणना 23 नवंबर को होगी।