केरल सीएम ने ADGP अजीत कुमार को RSS नेता से मिलने के लिए भेजा’, कांग्रेस नेता का बड़ा आरोप
तिरुवनंतपुरम: केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन पर आरएसएस से संबंधों के कारण अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) एमआर अजीत कुमार को बचाने का आरोप लगाया है. सतीशन ने दावा किया कि सीएम विजयन ने मई 2023 में एडीजीपी अजीत कुमार को आरएसएस महासचिव दत्तात्रेय होसबले से मिलने के लिए भेजा था. सतीशन के मुताबिक अजीत कुमार ने अपनी सरकारी गाड़ी होटल हयात में पार्क की थी और निजी गाड़ी से बैठक के लिए गए थे.
विपक्ष के नेता सतीशन ने करुवन्नूर सहकारी बैंक से जुड़े मुद्दों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच न होने की भी आलोचना की. उन्होंने दावा किया कि त्रिशूर पूरम में अराजकता जानबूझकर फैलाई गई थी, ताकि ध्रुवीकरण किया जा सके, जो लोकसभा चुनावों में भाजपा के पक्ष में काम करे.
सतीशन ने आरोप लगाया कि इसके त्रिशूर पूरम उत्सव में अव्यवस्था फैल गई. उन्होंने सवाल किया कि एडीजीपी अजीत कुमार, जिन्हें त्रिशूर में कमिश्नर की कार्रवाइयों की निगरानी करनी थी, ने हस्तक्षेप क्यों नहीं किया और मुख्यमंत्री ने आरएसएस नेता के साथ इस बैठक की सुविधा क्यों दी. उन्होंने सीएम विजयन पर एडीजीपी अजीत कुमार (जिन्होंने कथित तौर पर पूरम की विफलता में भूमिका निभाई थी) और राजनीतिक सचिव पी शशि को बचाने का आरोप लगाया.
आरएसएस-सीपीएम में साठगांठ
कांग्रेस नेता सतीशन ने कहा कि यह कथित बैठक इस बात का सबूत है कि केरल में आरएसएस-बीजेपी और सीपीएम के बीच अंदरखाने गठजोड़ है.
एडीजीपी पर हत्या और सोने की तस्करी के आरोप
हाल ही में सीपीएम समर्थित विधायक पीवी अनवर ने आरोप लगाया था कि एडीजीपी अजित कुमार हत्या, सोने की तस्करी और भ्रष्टाचार में शामिल हैं. इन आरोपों के बाद मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव पी शशि की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं. सरकार ने आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं.
इस पर सतीशन ने कहा कि जांच एक दिखावा है क्योंकि मुख्यमंत्री ने आरोपी अधिकारी और अपने राजनीतिक सचिव को उनके संबंधित पदों पर बनाए रखा है. सतीशन ने कहा कि मुख्यमंत्री एडीजीपी के खिलाफ कार्रवाई करने से डरते हैं, क्योंकि एडीजीपी अजीत कुमार उनका राज खोल सकते हैं, जिससे सरकार मुश्किल में पड़ सकती है.