चाइनीज लहसुन से किसानों को भारी नुकसान, नेपाल-बांग्लादेश के रास्ते हो रहा अवैध आयात
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने चीन का प्रतिबंधित लहसुन मध्य प्रदेश की मंडियों में बेचे जाने से रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि चीन का प्रतिबंधित लहसुन लगातार बाजार में आ रहा है।
इससे लहसुन उत्पादक किसानों को उपज का सही मूल्य नहीं मिल पा रहा है। चीनी लहसुन बाजार में आने का सुबूत यह है कि पिछले दिनों रतलाम में ऐसे दो ट्रक लहसुन को किसानों ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया।
अफगानिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश के रास्ते से चीन का लहसुन आयात
दिग्विजय ने बताया कि मध्य प्रदेश के रतलाम, मदंसौर, नीमच सहित पूरे प्रदेश में अवैध तरीके से अफगानिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, म्यांमार और ईरान के रास्ते से चीन का लहसुन आयात किया जा रहा है। इससे किसानों द्वारा उपजाए जाने वाले लहसुन की कीमत कम हो गई, जिससे 500 रुपये किलोग्राम की दर से लहसुन का बीज खरीदकर लगाने वाले किसानों को घाटा हो रहा है।
देशभर में मंदसौर, नीमच की लहसुन की मांग
उल्लेखनीय है कि मंदसौर, नीमच और रतलाम जिले में किसानों द्वारा उत्पादित लहसुन की मांग पूरे देश में होती है। इंदौर सहित अन्य स्थानीय मंडियों के माध्यम से स्थानीय व्यापारी इस लहसुन को खरीदकर देश के अन्य भागों में विक्रय के लिए भेजते हैं।
सीमावर्ती देशों के रास्ते भारत आ रही चीनी लहसुन
कुछ दिन पूर्व मंदसौर जिले के नयाखेड़ा के पास दो लहसुन से भरी गाड़ियों को मंडी सचिव द्वारा अफगानिस्तान के कागज दिखाने के बाद भी बिना जांच पड़ताल के छोड़ दिया गया है, जो अटारी बार्डर से बेंगलुरु की ओर जा रही थीं। उन्होंने मुख्यमंत्री से सीमावर्ती देशों के रास्ते भारत में बिकने आ रहे चीन के लहसुन की जांच करने केंद्र सरकार से अनुरोध करने की मांग की।