रायपुर। पूर्व सीएम भूपेश बघेल सोमवार को राजधानी स्थित अपने निवास पर मीडिया से बातचीत में भाजपा और सरकार पर जमकर बरसे हैं। उन्होंने राजीव मितान क्लब के सदस्यों के साथ नया संगठन खड़ा करने की खबरों पर कहा कि हमने समाज के विकास और उत्थान के लिए कई संगठन बनाए थे। राजीव मितान क्लब उन्हीं में से था, जिसे सरकार ने भंग कर दिया। अगर मैं अपने मितान क्लब के युवा साथियों से मिलता हूं, बात करता हूं तो कहा जाता है कि नया संगठन बना रहा हूं। कल मैं गौठान समिति के कार्यक्रम में जाउंगा, किसानों के कार्यक्रम में जाउंगा, महिला स्वसहायता समूहों के कार्यक्रम जाउंगा, सबसे राज्य के विकास के लिए संगठित रहने की बात करूंगा, तो इसका मतलब ये नहीं है कि नया संगठन बना रहा हूं। पूर्व सीएम भूपेश ने भाजपा के कुछ पुराने तथा बड़े नेताओं का नाम लेकर कहा कि भाजपा के अधिकांश प्रमुख नेता खाली बैठे हैं। उन्हें कोई काम करने नहीं दिया जा रहा है। बिहार से आने वाले लोग, जिन्हें सरकार से वेतन मिलता है, क्या अब वे ही सरकार चलवाएंगे ? क्या भाजपा में नेताओं और विचारकों का इतना अकाल पड़ गया है ?
पूर्व सीएम बघेल ने नगरीय निकाय तथा त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों को लेकर कहा कि संविधान में है कि सरकार 6 माह पहले भी चुनाव करवा सकती है। लेकिन भाजपा संविधान को नहीं मानती, इसलिए असंवैधानिक आदेश जारी कर दिया। अब तक मतदाता सूची का प्रकाशन नहीं हुआ है। आरक्षण तय नहीं कर पाए हैं, यहां तक कि यह भी तय नहीं है कि मेयर चुनाव डायरेक्ट होंगे या इनडायरेक्ट। पूर्व सीएम भूपेश ने गौसेवा आयोग में अध्यक्ष की नियुक्ति पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जिसे रमन सरकार ने हटाया था, उसे ही दोबारा अध्यक्ष बना दिया गया है। जबकि उनके कार्यकाल में सैकड़ों गौवंश की मौत हुई थी, गौशालाओं में अनुदान घोटाला भी हुआ था। भूपेश बघेल ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि तमाम व्यवस्थाओं को सरकार ने अव्यवस्था में बदल दिया है। आयुष्मान का्र्ड से इलाज नहीं हो रहा है, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूलों में चाक-डस्टर के लिए पैसे नहीं हैं। धान खरीदी केंद्रों में ऐसी बदइंतजामी है कि किसान टोकन लेकर भी धान बेच नहीं पाएंगे। राइस मिलर्स की हालत भी खराब है, एक साल से उन्हें भुगतान नहीं किया गया है।