गो हत्या की अफवाह पर परिवार गांव से बहिष्कृत, प्रायश्चित-भंडारे के बाद जिंदा निकली गाय..
शिवपुरी। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के बदरवास क्षेत्र के गांव बिजरौनी में गो हत्या की अफवाह किरार परिवार के लिए एक हफ्ते तक परेशानी का कारण बन गई। परिवार का पंचायत ने बहिष्कार किए जाने पर उन्हें प्रायश्चित के तौर पर पूजा-पाठ, भंडारा तक कराना पड़ा। लेकिन पता चला कि गाय जीवित है, तो यह परिवार सेवा के लिए गाय को घर ले आया। अब अफवाह फैलाने वाले पर कार्रवाई को लेकर गांव में रविवार को गांव में पंचायत रखी गई है।
28 नवंबर को बिजरौनी निवासी दीपक किरार से ट्रैक्टर बैक करते समय गाय को टक्कर लग गई थी। दीपक के अनुसार उसने देखा तो गाय थोड़ी देर में उठकर चली गई थी। उसके बाद बात आई-गई हो गई। कुछ दिन बाद बदरवास के गल्ला व्यवसायी प्रमोद सिंघल के यहां काम करने वाले कर्मचारी ने अफवाह फैला दी कि दीपक के ट्रैक्टर से गो हत्या हो गई है।
आठ दिसंबर को दीपक अपने ताऊ नरेंद्र किरार की त्रयोदशी के लिए गांव में लोगों को निमंत्रण देने पहुंचे, तो लोगों ने यह कहते हुए आने से इनकार कर दिया कि गो हत्या के पाप पर पंचायत ने उनका और उनके परिवार का बहिष्कार कर रखा है। इस कारण त्रयोदशी में कोई नहीं आएगा।
प्रायश्चित के बाद गांव वालों ने दी माफी
नरेंद्र की गुहार पर नौ दिसंबर को गांव में पंचायत बुलाई गई, तो प्रायश्चित के लिए प्रयागराज में दान-पुण्य, गंगा स्नान, मुंडन संस्कार और पूजा कराने के लिए कहा। वह गए और पूजा कराई। घर पर 12 दिसंबर को रामायण और 13 दिसंबर को भंडारा कराया। इसके बाद समाज व गांव के लोगों का उनके घर में आना-जाना शुरू हो गया।
गाय का पता चला तो सेवा के लिए घर लाए
शुक्रवार 14 दिसंबर की रात पता चला कि गाय जिंदा है और बैकुंठ धाम गोशाला में है। इसके बाद दीपक उस गाय को घर लाए और उसकी सेवा कर रहे हैं। उनका कहना है कि किरार समाज में धोखे से भी गो हत्या बड़ा पाप मानकर प्रायश्चित करने का सामाजिक नियम है, लेकिन अफवाह के कारण उसके परिवार को काफी मानसिक तनाव झेलनी पड़ी है।
अफवाह फैलाने वाले पर होगी कार्रवाई
दअसल, बैकुंठ गोशाला के संचालक राजेश महाराज ने बताया कि यह गाय घायल हो गई थी। उसे गल्ला व्यवसायी प्रमोद सिंघल ने आश्रम की गोशाला में भिजवा दिया था। गांव में गाय लोगों को नहीं दिखी, इसलिए समझा मृत्यु हो गई है। इस कारण अफवाह फैल गई। अब गांव में रविवार को पंचायत बुलाई गई है, जिसमें अफवाह फैलाने वाले पर कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा।