उत्तराखंड में यूपी का फर्जी लोक सेवक गिरफ्तार, साथ में महिला भी धरी गई, वर्दी के साथ कई फोन बरामद
लोक सेवक का प्रतिरूपण करने व लोकसेवक की पोशाक धारण कर छल करने का प्रयास करने वाले दो लोगों को रुद्रप्रयाग पुलिस ने किया गिरफ्तार कर लिया है. संबंधित के खिलाफ थाना गुप्तकाशी में मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया. जहां से उन्हें चमोली की पुरसाड़ी जेल भेज दिया गया है.
बीती 22 सितम्बर को जिला नियंत्रण कक्ष रुद्रप्रयाग से थाना गुप्तकाशी को एक सफेद वाहन संख्या यूपी 32 एनजेड 9832 आई10 कार जिस पर हूटर फ्लैशलाइट व राष्ट्रीय ध्वज के साथ ही उत्तर प्रदेश शासन अंकित होने की सूचना मिली. वाहन में बैठे व्यक्तियों द्वारा स्वयं को उत्तर प्रदेश का न्यायिक सेवा का अधिकारी बताते हुए जनपद क्षेत्र में प्रवेश करते हुए लोकसेवक का प्रतिरूपण कर राजकीय सेवाओं का लाभ लेने की सूचना दी.
सूचना का तत्काल संज्ञान लेते हुए थाना गुप्तकाशी पुलिस द्वारा त्वरित रूप से थाना क्षेत्र के सभी मुख्य मार्गों के साथ ही वैकल्पिक मार्गो पर नाकेबंदी की. साथ ही पुलिस ने गहन वाहन चेकिंग अभियान चलाया. चेकिंग के दौरान उक्त वाहन फाटा की ओर से मुख्य बाजार गुप्तकाशी की ओर आते दिखा. पुलिस ने वाहन को रुकवाकर चेक किया. जिसमें एक पुरुष तथा एक महिला सवार मिले. पुलिस ने दोनों से पूछताछ की. दोनों ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया गया. वे अपने नाम का कोई भी वैध पहचान पत्र प्रस्तुत नहीं कर पाए. वाहन की तलाशी लेने पर उसमें एक काला कोट व गाड़ी पर लगाने वाला राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा तथा एक बैग के अन्दर रखे 17 मोबाइल बरामद हुए.
सख्ती से पूछताछ करने पर उक्त व्यक्ति ने अपना नाम अविनाश मोहन गुप्ता बताया गया. वह खुद को उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा का लोक सेवक बता रहा था. साथ ही न्यायिक सेवा की पोशाक का प्रयोग कर वाहन पर उत्तर प्रदेश शासन अंकित कर अनाधिकृत फ्लैश लाइट व हूटर लगाकर लोक का प्रतिरूपण कर राजकीय सेवाओं का लाभ लेने का प्रयास कर रहा है. साथ में मौजूद महिला की पहचान ज्योति दुबे के नाम से हुई. ज्योति दुबे अविनाश मोहन गुप्ता का साथ दे रही थी. पुलिस ने दोनों के विरुद्ध थाना गुप्तकाशी में भारतीय न्याय संहिता की सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया. जिसके बाद दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर पुरसाड़ी जेल भेज दिया गया है.