छत्तीसगढ़ के इस जिले में हाई अलर्ट पर हैं दर्जनों गांव, विभाग इसलिए करा रहा है मुनादी, यहां देखें नाम ?
गरियाबंद | छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के ग्राम नागझर के आसपास तीन दंतैल हाथियों की मौजूदगी ने एक बार फिर से ग्रामीणों में डर का माहौल बना दिया है। हाथी न केवल घरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं बल्कि किसानों की फसलों को भी बर्बाद कर रहे हैं. पाण्डुका वन विभाग ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए दर्जनों गांवों में हाई अलर्ट जारी किया है.
इस जिले में आतंक
हाथियों का यह दल महासमुंद जिले से होते हुए वापस गरियाबंद जिले में पहुंचा है. पिछले कुछ दिनों से ये हाथी गरियाबंद, महासमुंद और धमतरी जिले के कई क्षेत्रों में आतंक मचा रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में उनकी मौजूदगी के कारण स्थानीय लोग भयभीत हैं और रातों को घर से बाहर निकलने में भी डर रहे हैं.
इन गांवों के लिए जारी हुआ अलर्ट
पाण्डुका वन विभाग के मुताबिक वर्तमान में ये हाथी कक्ष क्रमांक 65 पीएफ पोंड़ जंगल (पाहापुर) में घूम रहे हैं. ग्राम नागझर, बरेठिनकोना और पोंड़ क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी किया गया है. इसके साथ ही आसपास के गांवों जैसे कुकदा, बोडराबंधा, पचपेड़ी, गाहदर, खरखरा, विजयनगर, कुम्हारमरा, तौरेंगा, सांकरा, मुरमूरा, फुलझर, और खदराहि में भी लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है.
ग्रामीणों में भय का माहौल
हाथियों के हमले से कई घरों और खेतों को नुकसान पहुंचा है. लगातार हाथियों के आवाजाही के चलते उनका नुकसान दिनोदिन बढ़ते जा रहा है जिसके चलते ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है. वन विभाग लगातार हाथियों की गतिविधियों पर नजर रख रहा है और लोगों को जंगलों के नजदीक न जाने की सलाह दी गई है.