टारगेट पर बीजेपी नेता और हिंदू लीडर्स…PAK की नापाक साजिश हुई बेनकाब
पाकिस्तान अपनी नापाक साजिशों से बाज नहीं आ रहा है. अमरनाथ यात्रा शुरू होने के बाद पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI की साजिश के इनपुट्स भारत की खुफिया एजेंसियों के हाथ लग रहे थे. इतना ही नहीं खुफिया एजेंसी के हाथ इस बात के भी इनपुट्स लगे थे कि पाकिस्तान ISI, बब्बर खालसा आतंकी संगठन की मदद से पंजाब और दिल्ली में बीजेपी नेताओं और हिन्दू लीडर्स को कैसे टारगेट कर सकते हैं.
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI पंजाब के गैंगस्टर, रेडिक्लाइज ग्रुप और आतंकी संगठनों के जरिए अमरनाथ यात्रा में बड़ी तबाही मचाना चाहते थे. वहीं, श्रद्धालुओं को टारगेट करने के लिए पंजाब और बॉर्डर से लगने वाले जम्मू कश्मीर के इलाकों को निशाना बनाने की फिराक में थे. इस खुफिया अलर्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि 2 संदिग्ध आतंकी हथियारों के साथ 25 जून के आसपास कठुआ जिले के बॉर्डर पर मौजूद पठानकोट के कोट भाटियान गांव के पास देखे गए हैं, यानी पठानकोट में संदिग्धों के घुसने को लेकर भी खुफिया एजेंसियों के पास इनपुट्स मौजूद थे.
आतंकियों को किया जा रहा ढेर
हाल ही में पठानकोट में 7 संदिग्धों के दिखने के बाद सर्च ऑपरेशन भी चलाया गया है. देश की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क थी इसलिए समय-समय पर आतंकियों को घाटी में ढेर किया जा रहा है. वहीं हाल में पंजाब के एक कथावाचक को भी उनके आश्रम में खालिस्तान के नाम से धमकी भरा खत मिला था, जिस मामले में पंजाब पुलिस ने FIR दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.
कुपवाड़ा में चल रहा ऑपरेशन
जम्मू-कश्मीर में आज यानी 27 जुलाई को कुपवाड़ा में आतंकवादियों के साथ सुरक्षाबलों की मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गया है, जबकि चार घायल हैं. साथ ही इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने कामयाबी हासिल की और एक आंतकी को ढेर कर दिया है. कुपवाड़ा में पिछले एक महीने में यह चौथा एनकाउंटर है. अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी बॉर्डर एक्शन टीम ने घात लगाकर सेना पर हमला किया.
क्या है बब्बर खालसा
बब्बर खालसा एक आंतकवादी संगठन है जो खालिस्तान की मांग करता है. यह आतंकवादी संगठन साल 1978 में बनाया गया था. इस आंतकवादी ग्रुप पर अमेरिका, कनाडा, यूके, जापान और भारत ने प्रतिबंध लगा रखा है. पाकिस्तान और बब्बर खालसा के साजिश के प्लान को भारत लगातार नाकाम कर रहा है.