बस्तर मड़ई और क्षेत्रीय सरस मेला का समापन, गायिका मोनाली ठाकुर और गायब शबाब साबरी ने दी प्रस्तुति…
जगदलपुर | बस्तर दशहरा पर्व के तहत आयोजित बस्तर मड़ई और क्षेत्रीय सरस मेला का समापन समारोह उत्साहपूर्वक संपन्न हुआ, इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें प्रसिद्ध पार्श्व गायिका मोनाली ठाकुर और गायक शबाब साबरी ने अपने शानदार प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया। उनके गीतों ने समापन समारोह में एक नई ऊर्जा का संचार किया और रिमझिम बारिश के बावजूद हजारों दर्शकों ने तालियों से उनका स्वागत कर उत्साहवर्धन किया।
कार्यक्रम में बस्तर सांसद महेश कश्यप ने कहा कि ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व सांस्कृतिक और सामाजिक समरसता का प्रतीक है। दशहरा पर्व पाट जात्रा से शुरू कई विधि-विधान के साथ माई दंतेश्वरी की डोली की विदाई के साथ आज समापन हुआ। बस्तर दशहरा के तहत 12-19 अक्टूबर तक आयोजित लालबाग मैदान में बस्तर मड़ई और क्षेत्रीय सरस मेला का भी समापन आज किया जा रहा है।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय के तहत सरस मेला में पहुंचे विभिन्न जिलों और राज्यों के उत्पाद के प्रदर्शनी सह उत्पाद विक्रय केंद्र की बहुत अच्छी पहल रही। संस्कृति विभाग और जिला प्रशासन द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बॉलीवुड के प्रसिद्ध गायकों की प्रस्तुति, दायरा बैंड, स्थानीय लोक नर्तक दलों, स्कूली बच्चों की प्रस्तुति का सभी ने बहुत आनंद लिया। बस्तर दशहरा में देश- विदेश के साथ ही प्रदेश के कई जिलों से पर्यटक पहुंचे। उन्होंने बस्तर दशहरा समिति के अध्यक्ष के रूप में बस्तर दशहरा के सफल आयोजन के लिए सभी के सहयोग के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने नक्सली घटना में शहीद हुए जवानों को नमन करते हुए कहा कि बस्तर में अशांति फैलाने वालों को साम, दाम, दंड-भेद के साथ जवाब देकर बस्तर में शांति स्थापित करने का प्रयास करेंगे।
विधायक किरण देव ने कहा कि 75 दिनों तक चलने वाला ऐतिहासिक प्रसिद्ध बस्तर दशहरा में नित नए कार्यक्रम सम्मिलित किया जा रहा है। बस्तर दशहरा के विभिन्न रस्मों को अदा की जाती है। बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी ने बस्तर को प्राकृतिक, खनिज सम्पदा सहित अन्य दर्शनीय स्थलों से नवाजा है। दशहरा को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर और भव्य रूप प्रदान किया गया है। इस समापन अवसर पर कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए संस्कृति विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, जिला प्रशासन, पुलिस विभाग को बधाई दी और विभिन्न प्रतियोगिता के विजेताओं को बधाई दी।
समापन समारोह में कलेक्टर श्री हरिस एस ने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर संस्कृति विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, जिला प्रशासन द्वारा बस्तर दशहरा पर्व के अवसर पर बस्तर मड़ई और क्षेत्रीय सरस मेला का आयोजन 12- 19 अक्टूबर तक यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। क्षेत्रीय सरस मेला में छत्तीसग़ढ प्रदेश के 160 स्टाल एवं अन्य प्रदेश के 20 स्टाल साथ ही 45 शासकीय विभागों के योजनाओं की प्रदर्शनी भी लगाया गई है। सरस मेला में लगे स्व सहायता समूह और अन्य स्टाल में प्रदर्शनी सह विक्रय केंद्र में लगभग 65 लाख से अधिक राशि की विभिन्न उत्पाद एवं सामग्रियों की विक्रय की गई है। बस्तर मड़ई में संस्कृति विभाग और जिला प्रशासन के तत्वाधान में 17 अक्टूबर से विशेष आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसे मशहूर भजन गायक बाबा हंसराज, दायरा बैंड, गायक शबाब सबरी और मोनाली ठाकुर के साथ स्थानीय लोकनृत्य दलों द्वारा की शानदार प्रस्तुति को जनता ने बहुत सराहा।
बस्तर मड़ई में आयोजित खेल प्रतियोगिता के तहत 4 विधा में 8 समूह के 700 से अधिक खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। 14 अक्टूबर से स्कूली बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई, कार्यक्रम में शनिवार को नारायणपुर क्षेत्र में हुई नक्सल घटना में शहीद जवानों को दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी गई।
कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा द्वारा नवरात्र एवं बस्तर दशहरा पर्व के सफल आयोजन हेतु आभार व्यक्त करते हुए सायबर क्राइम से बचाव सम्बन्धी जानकारी दी गई। वहीं बस्तर पुलिस द्वारा सायबर क्राइम सम्बन्धी जनजागरूकता कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। इस मौके पर आयोजित क्षेत्रीय सरस मेला में सर्वाधिक विक्रय करने वाले और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्व सहायता समूहों को तथा कार्यक्रम को सफल बनानें में सहयोग करने वालों को सम्मानित किया गया। इन समूहों ने अपनी मेहनत और प्रतिभा से मेले में प्रमुख स्थान हासिल किया और इस सम्मान के लिए चुने गए। मेले में स्थानीय कारीगरों और उत्पादकों के द्वारा तैयार किए गए उत्पादों की भारी मांग रही, जो क्षेत्रीय कला और संस्कृति का प्रतीक है।बस्तर दशहरा में बस्तर मड़ई और क्षेत्रीय सरस मेला का यह आयोजन क्षेत्रीय परंपराओं, कला, संस्कृति और समृद्ध व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ।
इस दौरान खेल स्पर्धाओं में विजेता एवं उप विजेता दलों को पुरस्कृत कर उनका सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले सभी कलाकारों तथा नर्तक दलों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर उत्साहवर्धन किया गया। वहीं नवरात्र पर्व के दौरान मां दन्तेश्वरी के श्रद्धालु पदयात्रियों के लिए पदयात्री सेवा केन्द्र संचालित करने वाले समाजसेवी एवं स्वयंसेवी संगठनों तथा व्यावसायिक संगठनों और ग्राम पंचायतों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।