14 रुपये में मिलने वाला केले का पौधा किसानों को बना सकता है लखपति…
बिलासपुर। बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल कृषि महाविद्यालय के प्रयोगशाला में टिशू कल्चर तकनीक से वैज्ञानिकों ने ऐसा केला पौधा तैयार किया है, जो किसानों को कम खर्च में अधिक मुनाफा दे सकता है। कृषि महाविद्यालय द्वारा किसानों को यह पौधा मात्र 14 रूपए में उपलब्ध करवाया जा रहा है, जिससे किसान केले की उच्च पैदावार और अच्छी गुणवत्ता प्राप्त कर सकते हैं।
इस तकनीक से तैयार केले के पौधे न केवल किसानों की आमदनी बढ़ाने में सहायक होंगे, बल्कि उनकी खेती को रोगमुक्त और लाभकारी भी बनाएंगे। वैज्ञानिक तरीके से तैयार ये पौधे खेत में लगाने के बाद एक समान आकार और अच्छी गुणवत्ता वाले फल प्रदान करते हैं, जिससे किसानों की उपज और आमदनी में बढ़ोतरी होती है।
सामान्य पौधों से दोगुनी पैदावार की संभावना
टिशू कल्चर से तैयार केले के पौधे सामान्य पौधों की तुलना में डेढ़ से दो गुना अधिक पैदावार देते हैं।6-9 महीने में पौधे की वृद्धि और 12-18 महीने में फलों का निर्माण पूरा हो जाता है। इसके फल जल्दी पकते हैं और उच्च उत्पादन व रोग प्रतिरोधक क्षमता से लैस होते हैं, जिससे किसानों को अधिक मुनाफा होता है।
केले के पौधे की बढ़ती मांग
प्रयोगशाला प्रभारी डा. वर्मा ने बताया कि 14 रुपये की दर से मिल रहे इन पौधों की छत्तीसगढ़ में अत्यधिक मांग है। केला स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है और 100 ग्राम फल से 67 कैलोरी ऊर्जा मिलती है। आने वाले दिनों मे राज्य शासन से सहायता मिलने पर इस लैब का विस्तार किया जाएगा जिससे अधिक से अधिक किसानों को इसका फायदा मिल पाए ।