नई दिल्ली: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 का ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन सियासी गर्मी अभी से ही तेज हो गई हैं. लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आज गुरुवार को महाराष्ट्र के दौरे पर हैं. जानकारी के मुताबिक वे राज्य में कांग्रेस पार्टी के चुनावी अभियान की शुरुआत करेंगे. बता दें, महाराष्ट्र में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. कांग्रेस यूबीटी सेना और एनसीपी-एसपी के साथ गठबंधन करके राज्य में चुनाव लड़ने जा रही है. खबर मिली है कि राहुल के साथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी साथ होंगे.
पार्टी के सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के मुताबिक राहुल गांधी करीब एक बजे वांगी में पूर्व राज्य मंत्री स्व. पतंगराव कदम की प्रतिमा का अनावरण करेंगे और इसके बाद करीब 1.45 बजे कडेगांव में एक जनसभा को संबोधित करेंगे. कांग्रेस वर्तमान में विपक्ष के नेतृत्व वाले महा विकास अघाड़ी गठबंधन का हिस्सा है, जिसमें स्वयं कांग्रेस, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना यूबीटी और शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (सपा) शामिल हैं.
इससे पहले बुधवार 4 सितंबर को एनसीपी-एससीपी सुप्रीमो शरद पवार ने कहा कि महा विकास अघाड़ी गठबंधन में मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई विवाद नहीं है और इस पद पर अंतिम फैसला महाराष्ट्र में चुनाव के बाद किया जाएगा. कोल्हापुर में एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए पवार ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों में बहुमत मिलेगा.
उन्होंने कहा कि हमारे गठबंधन में मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई विवाद नहीं है. चुनाव के बाद हम इस बारे में सोचेंगे और फैसला लेंगे. उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमें बहुमत मिलेगा. चुनाव खत्म होने के बाद हम बैठकर मुख्यमंत्री पद के चेहरे पर चर्चा करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि पहले भी कई बार गठबंधन बिना किसी मुख्यमंत्री पद के चेहरे के चुनाव में उतरे हैं. शरद पवार ने कहा कि 1977 में आपातकाल के तुरंत बाद हुए चुनाव में किसी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं बनाया गया था.
उन्होंने कहा कि जयप्रकाश नारायण का नाम सबसे आगे था, चुनाव हुए और जब प्रधानमंत्री चुनने की बात आई तो मोरारजी देसाई को प्रधानमंत्री चुना गया. इसलिए मेरा मानना है कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के लिए चेहरा चुनने की कोई जरूरत नहीं है. चुनाव के बाद जनता के बहुमत के आधार पर हम सब मिल-बैठकर आपस में चर्चा करके मुख्यमंत्री पद के लिए चेहरा चुनेंगे.