चांदी की कड़ी लूटने के लिए बुजुर्ग महिला के काट दिए थे पैर, पुलिस ने 13 दिन बार चार आरोपियों को पकड़ा…
आष्टा। आठ नवंबर को बुजुर्ग महिला का गला घोटकर हत्या करना और चांदी की कड़ी नहीं निकलने पर दोनो पैर काटने वाले चार आरोपियों का पुलिस ने 13 दिन बाद पर्दाफाश कर दिया। चांदी की कड़ी व घटना में उपयोग की गई बाइक सहित कुल्हा़ड़ी व अन्य सामग्री बरामद की गई।
हत्या पुरानी उधारी चुकाने के लिए आरोपियों ने की गई थी। इस जघन्य हत्याकांड से जहां क्षेत्र में दहशत का माहौल था। परिजन सहित समाजजन व जनप्रतिनिधि आरोपी की जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। मामला काफी उलझा हुआ था, लेकिन पुलिस ने आखिरकार आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
गुरूवार को एसपी दीपक कुमार शुक्ला ने हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए बताया कि आठ नवंबर को बुजुर्ग महिला मोतन बाई पति हमीर सिंह उम्र 75 साल निवासी गुराड़िया रूपंचद की गला घोटकर हत्या कर दी गई थी। आरोपियों ने उनके दोनों पैरों को काटकर चांदी की कड़ी निकाल ली थी।
इस घटना को पुरानी उधारी चुकाने के लिए अंजाम दिया गया था। दोनो चांदी की कड़ी एक किलो वजन की थी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची थी। इस सनसनीखेज हत्या और लूट के अज्ञात आरोपियों को पकड़ने में लगी थी। दस हजार रुपये के इनाम की घोषणा भी की थी, जो बाद में आईजी ने 30 हजार कर दी थी। अब यह राशि इस मामले में लगे हुए पुलिस जवानों को मिलेगी।
ऐसे दिया हत्या को अंजाम
एसपी दीपक कुमार शुक्ला ने बताया कि आरोपी विजय मेवाड़ा व सादिक खां बुजुर्ग महिला के पास पहुंचे। उससे कुल्हाड़ी का हत्था काटने का कहकर नाले के पास ले गए। इस दौरान महिला को धक्का देकर नाले मे गिरा दिया। उसके बाद महिला की हत्या कर दी।
उन्होंने महिला के पैरों से कड़ी निकालने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं निकली। आरोपियों ने कुल्हाड़ी से उसके पैर ही काट दिए। इस दौरान इनका तीसरा आरोपी महेश मेवाड़ा सड़क पर खड़ा होकर आने जाने वालों पर निगाह रख रहा था। उसके बाद आरोपी सादिक बाइक से आष्टा के लिए रवाना हो गया।
आरोपी महेश व विजय बाइक से सादिक के पीछे-पीछे आए। इन लोगों ने सर्राफा बाजार में कड़ी बेचने का प्रयास किया, लेकिन पहचान नहीं होने से व्यापारी ने लेने से मना कर दिया। महेश मेवाड़ा ने अपने साथी जितेंद्र सिंगन मीरपुरा अलीपुर को सादिक के साथ भेजकर कड़ी बिकवाई। जितेंद्र आरोपी से पहले से ही परिचित था। दोनों में आपसी लेनदेन भी था।
पुलिस आरोपियों तक कैसे पहुंची
घटना की सूचना मिलने के बाद से ही पुलिस ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी थी। उसी रात एफएसएल व साइबर दल सक्रिय हो गया था। घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने आसपास के थानों के बल व कई अधिकारियों को जांच में लगाया, जो हर संभावित दिशा पर काम कर रहे थे।
साइबर सपोर्ट पार्टी में हर संदिग्ध व गांव मे आने जाने वाले की डिटेल्स खंगाली गई। फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट से घटनास्थल से प्राप्त संभावित साक्ष्यों का परीक्षण कराया गया। जन सहयोग भी लिया गया। मुखबिर तंत्र भी फैलाया गया। सीसीटीवी कैमरा चेक किया व घटना के समय आने जाने वाले लोगों की तस्दीक की गई।
एसपी ने बताया कि आरोपी सादिक उर्फ अंजुम पिता शरीफ बेलदार, विजय मेवाड़ा पिता पृथ्वी मेवाड़ा, महेश मेवाड़ा पिता प्रहलादसिंह मेवाड़ा तीनो निवासी गुराड़िया रूपंचद के हैं, जितेंद्र सिंगन पिता मुकेश सिंगन निवासी मीरपुरा अलीपुर आष्टा को आरोपी बनाया गया। चांदी की कड़ी खरीदने वाले व्यापारी की जांच चल रही है। उसने आखिर किस आधार पर चांदी की कड़ी खरीदी है। जितेंद्र सिंगन से एक बगैर नंबर की बाइक भी जब्त की है।