किराए का कमरा देखने पहुंचे युवक ने बुजुर्ग की गर्दन पर मारे चाकू, रिटायर्ड अधिकारी के अंधे हत्याकांड का खुलासा..
जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले के माढोताल थाना क्षेत्र में एक वृद्ध की हत्या के मामले ने पुलिस को हिलाकर रख दिया था। घटना ने न केवल पुलिस महकमे को बल्कि पूरे शहर को भी चौंका दिया था।
यह घटना 15 दिसंबर 2024 की है। वृद्ध संतोष कुमार चौबे का शव उनके घर में खून से सना हुआ पाया गया। पुलिस ने अपनी पूरी ताकत लगाकर इस अंधे हत्याकांड का खुलासा किया। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
ये है पूरा मामला
15 दिसंबर 2024 को पुलिस को इस हत्या की सूचना मिली, तो तुरंत माढोताल थाना प्रभारी विपिन ताम्रकार और उनकी टीम घटना स्थल पर पहुंचे। सूचना देने वाले संजय चौबे ने बताया कि उनके पिता संतोष चौबे की गर्दन में चोट के निशान थे। उनका खून से सना हुआ शव पाया था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू की थी।
पुलिस ने एफएसएल टीम, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट और डॉग स्क्वाड को भी मौके पर बुलाया। घटना स्थल का बारीकी से जांच करने के बाद मर्ग कायम कर लिया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में यह साफ हो गया कि संतोष चौबे की मौत धारदार और नुकीली चीज से गर्दन में लगी चोट के कारण हुई। उसके बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर तलाश शुरु कर दी।
सीसीटीवी फुटेज के जरिए आरोपी तक पहुंच
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान शुरू की। आरोपियों ने मुंह में कपड़ा बांधकर वारदात को अंजाम दिया था, जिससे उनका पहचान करना चुनौतीपूर्ण हो गया था। फिर भी पुलिस ने आसपास के करीब 200 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद आरोपियों का पता लगाने में सफलता हासिल की।
फुटेज में राजन कोल का चेहरा सामने आया। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने बताया कि उसके एक परिचित 17 वर्षीय लड़के ने उसे बताया था कि संतोष चौबे के घर में 10-12 लाख रुपये रखे हुए हैं। यह जानकारी पाकर उसने अपने साथियों शिवा कोल, सतीश कोरी और 17 वर्षीय लड़के के साथ मिलकर चोरी की योजना बनाई।
हत्या की सच्चाई का खुलासा
आरोपी ने बताया कि वे संतोष चौबे के घर किरायेदार के रूप में गए थे। पहले तो संतोष चौबे ने उन्हें कमरे दिखाए, लेकिन फिर कमरे में कुछ सुधार करने के लिए समय मांग लिया। इस पर आरोपियों ने अड़कर कहा कि वे उसी समय कमरा ले लेंगे। इस पर संतोष चौबे और आरोपियों के बीच बहस हो गई। संतोष चौबे ने सतीश को चांटा मार दिया। गुस्से में आकर सतीश ने चाकू से संतोष चौबे की गर्दन में वार कर दिया, जिससे मौके पर ही मौत हो गई|
आरोपी ने हत्या के बाद शरीर को खून से लथपथ छोड़ दिया और फरार हो गए। उसके बाद पुलिस ने कड़ी मेहनत से सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से घटना में इस्तेमाल की गई बाइक और चाकू भी बरामद किया। सभी आरोपियों को न्यायिक हिसारत में जेल भेज दिया।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस मामले को सुलझाने में माढोताल थाना प्रभारी विपिन ताम्रकार और उनकी पूरी टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इसके अलावा साइबर सेल के प्रधान आरक्षक अमित पटेल और अन्य पुलिसकर्मियों ने भी अहम योगदान दिया। पुलिस ने अपनी कड़ी मेहनत और सूझबूझ से इस जघन्य अपराध का खुलासा किया और आरोपियों को गिरफ्तार किया।