सऊदी नागरिक ने 200 लोगों को कुचला था, मस्क बोले हमदर्दी खतरनाक
बर्लिन। जर्मन सरकार ने क्रिसमस मार्केट पर तेज रफ्तार कार से हमला करने वाले आरोपी को सऊदी अरब डिपोर्ट करने से इनकार कर दिया। जर्मन सरकार के इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए इलॉन मस्क ने कहा कि आरोपी से यह हमदर्दी खतरनाक है।
बता दें कि शुक्रवार को एक सऊदी डॉक्टर ने जर्मनी के मैगडेबर्ग शहर के क्रिसमस मार्केट में तेज रफ्तार कार से सैकड़ों लोगों को रौंद दिया था। इस हमले में 5 लोग मारे गए थे, जबकि 200 घायल हुए थे। घायलों में 7 भारतीय भी शामिल हैं। मस्क ने सोशल मीडिया में लिखा, कि वह साफ तौर पर सनकी था, जिसे कभी जर्मनी में इंटर करने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए थी। जब सऊदी अरब ने अपील की थी तो उसे डिपोर्ट किया जाना चाहिए था। इस मामले में जर्मन सरकार ने आत्मघाती सहानुभूति दिखाई है।
2006 से जर्मनी में रह रहा था आरोपी
क्रिसमस मार्केट में हमले का आरोपी सऊदी अरब का नागरिक है, जो 2006 से जर्मनी के पूर्वी राज्य सैक्सोनी-अनहाल्ट में रह रहा था। इसे 2016 में शरणार्थी का दर्जा दिया गया था। हमले के पीछे उसका मकसद पता नहीं चल सका।
भारत सरकार ने भी हमले पर दुख जताया
भारत सरकार ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने घटना पर बयान जारी करते हुए दुख जताया। मंत्रालय ने अपने बयान में कहा हम जर्मनी के मैगडेबर्ग में क्रिसमस मार्केट पर हुए इस भयानक हमले की कड़ी निंदा करते हैं। इस हमले में कई अनमोल जीवन नष्ट हो गए हैं, और कई लोग घायल हुए हैं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं।