छत्तीसगढ
बिलासपुर मल्टीपरपज स्कूल के अटल टिंकरिंग लैब के छात्र देशभर में मचा रहे धूम…
छात्रों को सही मार्गदर्शन और उचित संसाधन मिलने से वह छोटी उम्र में ही बड़े-बड़े कारनामे कर दिखने में सक्षम हो जाते हैं। इसी बात को चरितार्थ करते हुए बिलासपुर मल्टीपरपज स्कूल के अटल टिंकरिंग लैब (एटीएल) के छात्र नवाचार के मामले में देशभर में अपनी धूम मचा रहे हैं।
एटीएल मैराथन में लहराया अपना परचम
एटीएल मैराथन नीति आयोग की ओर से आयोजित भारतभर के युवाओं के लिए प्रतियोगिता है। इसमें इन युवाओं को अपनी पसंद की सामुदायिक समस्याओं को हल करने के लिए कार्यशील प्रोटोटाइप बनाना होता है। इस प्रतियोगिता में बिलासपुर मल्टीपरपज के छात्रों ने 2017 से 2023 तक लगातार टाप 20 में अपनी जगह बनाई है। वहीं 2018 और 2022 के विजेता भी रह चुके हैं।
राफेल विमान बनाने वाली कंपनी की प्रतियोगिता
राफेल विमान बनाने वाली कंपनी डसाल्ट एविएशन हर साल सीड द फ्यूचर आंत्रप्रेन्योरशिप प्रतियोगिता का आयोजन करती है। इसमें देशभर के हर कोने से युवा भाग लेते हैं। बिलासपुर मल्टीपरपज के छात्रों ने इस प्रतियोगिता में अब तक दो बार भाग लिया है। इसमें 2021 में वह उप-विजेता रहे थे। वही 2022 में वह विजेता चुने गए थे।
पुतिन और मोदी के सामने दी प्रस्तुति
अटल इनोवेशन सीरियस मीट में बिलासपुर मल्टीपरपज के एटीएल के छात्रों ने टाप 10 में अपनी जगह बनाई थी। यहां उन्हें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सामने अपने माडल का प्रेजेंटेशन दिया था। इसी तरह प्रगति मैदान में आयोजित नेशनल टेक्नोलाजी मीट में यहां के छात्रों ने अपनी जगह बनाई और इन्होंने लोकल समस्या के समाधान के तरीकों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने प्रस्तुति दी थी।
मेंटर ने कहा
मल्टीपर्पस स्कूल अंतर्गत संचालित एटीएल के संचालक धनंजय पांडेय ने कहा कि छात्रों को बस एक अवसर की देरी है। अगर उन्हें सही मार्गदर्शन मिलाता रहा तो भारत अवश्य ही दुनियाभर में अपने आविष्कारों के लिए जाना जाएगा। वह बताते हैं कि यहां छात्र भी शत-प्रतिशत अपने काम को लेकर डेडिकेटेड है। वह बताते हैं कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी छात्रों के कौशल विकास पर ही ध्यान केंद्रित किया गया है। एटीएल इन छात्रों के लिए एक बड़ा प्लेटफार्म साबित हो रहा है।