गुजरात में भारी बारिश से हालात बद से बदतर, 32 लोगों की गई जान, रेस्क्यू जारी
गांधीनगर: गुजरात में इस समय मौसम का कहर बरस रहा है. सौराष्ट्र से लेकर कच्छ तक सभी जगह जोरदार बारिश हो रही है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आज शुक्रवार को भी कच्छ, मोरबी, जामनगर, देवभूमि द्वारका और पोरबंदर सहित जिलों के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. पीड़ित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का काम युद्धस्तर पर जारी है. बारिश का हाल यह है कि लोग अपने घरों में दुबके बैठे हैं.
पीएम मोदी लगातार राज्य के सीएम भूपेंद्र पटेल से संपर्क बनाए हुए हैं. वे हालात का जायजा ले रहे हैं. केंद्र सरकार हर संभव मदद प्रदान कर रही है. आईएमडी ने कहा कि गुजरात के कच्छ, मोरबी, जामनगर, देवभूमि द्वारका और पोरबंदर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर मध्यम गरज के साथ बौछारें पड़ने या बिजली गिरने के साथ-साथ तेज हवा चलने की संभावना है. विभाग ने सुरेन्द्रनगर, राजकोट, जूनागढ़, गिर सोमनाथ और अमरेली जिलों के अलग-अलग इलाकों में मध्यम वर्षा का भी अनुमान जताया है
बता दें, गुजरात के कई इलाकों में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है, जिससे बड़े पैमाने पर जलभराव हो गया है. पिछले चार दिनों में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 32 लोगों की मौत हो चुकी है. गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गांधीनगर में राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की. इससे पहले मुख्यमंत्री ने वडोदरा का दौरा भी किया. पटेल ने भारी बारिश के बाद राहत प्रयासों की समीक्षा के लिए देवभूमि द्वारका जिले का भी दौरा किया.
खंभालिया में पिछले पांच दिनों में राज्य में सबसे अधिक 944 मिमी बारिश दर्ज की गई. खंभालिया में मुख्यमंत्री ने बारिश के प्रभाव के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी प्राप्त की और एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और तटरक्षक बल के सहयोग से चलाए जा रहे राहत कार्यों का निरीक्षण किया. उन्होंने रामनगर और कंजर चेकपोस्ट के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया, निवासियों का हालचाल जाना और प्रभावित लोगों के लिए किए गए प्रबंधों की समीक्षा की.