दिल्ली नंगली विहार में नौ साल के बच्चे की छठ घाट में डूबने से मौत, परिवार ने जताई हत्या की आशंका
नई दिल्ली: आउटर जिले के नंगली विहार इलाके में छठ पूजा के लिए बनाए गए घाट में भरे पानी में डूबने से 9 साल के बच्चे की मौत हो गई. बच्चों के गायब होने की मिसिंग रिपोर्ट लिखाई गई थी. बाद में उसकी डेड बॉडी पानी में मिली. इस मामले को लेकर AAP पार्षद ने फ्लड विभाग और इलाके के विधायक पर निशाना साधा है.
आउटर जिले के डीसीपी जिमी चिराम ने बताया कि 11 अगस्त को 9 साल के एक लड़के की मिसिंग रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. इसमें परिवार वालों ने बताया था कि बच्चा पांचवीं कक्षा में एमसीडी स्कूल बपरोला का छात्र था. उसी दिन दोपहर 12 बजे से गायब है. इस बात की शिकायत रान्होला थाने में दर्ज कराई गई थी. इसके बाद पुलिस ने अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई. इस बीच रिश्तेदारों ने बच्चे की खोज जारी रखी. बावजूद इसके बच्चे का कुछ पता नहीं चला.
पुलिस के अनुसार, सोमवार को किसी ने पुलिस को कॉल किया की एक डेड बॉडी छठ घाट में देखी गई है. जानकारी सामने आने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे की डेड बॉडी को बाहर निकाला. बच्चे के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं थे. इस बीच क्राइम टीम को मौके पर बुलाया गया. परिजनों ने हत्या की आशंका पुलिस से जताई थी.
पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को चेक किया. फुटेज से पता चला कि 9 साल के मासूम के साथ-साथ एक और लड़का जिसकी उम्र 10 साल बताई गई है. दोनों एक साथ घर के पास दिखे थे. उसके बाद छठ घाट में घुसते हुए भी सीसीटीवी में देखे गए. जानकारी यह भी आई कि दोनों बच्चे छठ घाट में नहाने के लिए चले गए. हालांकि दूसरे बच्चे ने कोई जानकारी परिवार या किसी को नहीं दी थी.
फिलहाल पुलिस ने बच्चे का पोस्टमार्टम करा कर डेड बॉडी परिवार वालों को सौंप दिया. वहीं, AAP पार्षद रविंद्र सोलंकी ने कहा कि इस छठ घाट की निगरानी फ्लड डिपार्मेंट की है. विभाग के साथ-साथ इलाके के आप विधायक को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए था. विभाग की लापरवाही से यह घटना हुई है.