पुलिस ने एंटी ड्रोन सिस्टम का किया ट्रायल, एक किमी दूर से पकड़ लेता है ये..
इंदौर। उड़ते ड्रोन और अन्य संदिग्ध वस्तुओं को इंदौर पुलिस एक किमी दूर से ही पकड़ लेगी। रविवार को सुरक्षा और तकनीकी नवाचार की दिशा में महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज करते हुए इंदौर पुलिस ने निजी रक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी के साथ मिलकर कनाडिया पुलिस थाने में एंटी ड्रोन सिस्टम का सफलतापूर्वक ट्रायल किया।
डीसीपी जोन 2 अभिनय विश्वकर्मा और एडीसीपी अमरेंद्रसिंह के निर्देशन में आयोजित इस ट्रायल में सिस्टम विकसित करने वाली पिसर्व टेक्नोलॉजी के अभिषेक मिश्रा भी टीम के साथ शामिल हुए। बताया जा रहा है कि यह एंटी ड्रोन सिस्टम ड्रोन, पक्षियों और अन्य उड़ने वाले वस्तुओं के बीच अंतर को सटीकता से पहचानने में सक्षम है।
अलार्म बजाकर कर देगा सतर्क
जैसे ही कोई कोई संदिग्ध वस्तु या दुश्मन ड्रोन एक किमी की सीमा में प्रवेश करता है, यह प्रणाली तुरंत अलार्म बजाकर सुरक्षा बलों को सतर्क कर देती है। समय पर अलार्म बजने से सुरक्षा बलों के लिए तुरंत कार्रवाई करते हुए ड्रोन को निष्क्रिय करना आसान हो जाता है।
देश में पहली बार पुलिस के साथ मिलकर एंटी ड्रोन सिस्टम का परीक्षण
संभवत: देश में यह पहला मौका है जब एंटी-ड्रोन सिस्टम का परीक्षण पुलिस के साथ मिलकर किया गया है। कंपनी के दुर्गेश शुक्ला, रोशनी शुक्ला, अक्षत सिंह चौहान ने ट्रायल का संचालन किया। एसीपी खजराना कुंदन मंडलोई और कनाड़िया पुलिस थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह सिसोदिया ने इसमें सहयोग किया।
महत्वपूर्ण स्थानों पर लगाए कैमरे
शहर में आने-जाने के महत्वपूर्ण स्थानों पर हाइटेक नाइट विजन कैमरे लगाए गए हैं, जो दिन और रात दोनों समय स्पष्ट तस्वीर ले रहे हैं। इन स्थानों पर 120 नाइट विजन कैमरे लगाए गए हैं। एक सप्ताह से कैमरों ने काम करना शुरू कर दिया है।
पुलिस कंट्रोल रूम से इन कैमरों की लाइव फीड देखी जा रही है। कैमरे रालामंडल, राऊ गोल चौराहा, कनाड़िया, बेस्ट प्राइज, बायपास, सांवेर रोड, तेजाजी नगर, पीथमपुर रोड, नावदापंथ, गोम्मटगिरि, टीसीएस चौराहा और बुढ़ानिया जैसे क्षेत्रो में लगाए गए हैं।