दिल्ली विधानसभा सत्र में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को घेरने में जुटी भाजपा
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता की अध्यक्षता में बुधवार को भाजपा विधायक दल की बैठक हुई. इसमें प्रस्ताव पारित कर निर्णय लिया गया कि सभी विधायक, नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में विधानसभा अध्यक्ष से मिलेंगे और 26-27 सितंबर को बुलाये जा रहे सत्र में प्रश्न काल रखने की मांग करेंगे. बैठक में भाजपा विधायक मोहन सिंह बिष्ट, ओम प्रकाश शर्मा, अभय वर्मा, अजय महावर, अनिल बाजपेयी, जितेंद्र महाजन और करतार सिंह उपस्थित रहे.
नेता विपक्ष के विधानसभा स्थित कार्यालय में आयोजित विधायक दल की बैठक में निर्णय लिया गया कि आगामी विधानसभा सत्र में विपक्ष आक्रामक रवैया अपनाते हुए आम आदमी पार्टी से अनेक मुद्दों पर उनका जवाब मांगेगा. विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि कैग की 11 रिपोर्ट्स को सदन में प्रस्तुत करने के लिए सरकार पर दबाव बनाया जाएगा. इसके अलावा छठे दिल्ली वित्त आयोग का गठन न करने, दिल्ली जल बोर्ड का 73,000 करोड़ रुपए के कर्ज, 24 अस्पतालों के निर्माण कार्य में वित्तीय अनियमितताओं, दिल्ली सरकार के DSEU जैसे शैक्षणिक संस्थानों में भारी भ्रष्टाचार और दिल्ली विश्वविद्यालय के 12 कॉलेजों को फंड न देने जैसे अनेक मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगा जाएगा.
इसके अलावा मानसून की बारिश में राजधानी में हुई 50 लोगों की मौत, टूटी सड़कों के कारण आए दिन हो रहे सड़क हादसे, लचर हो चुकी सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर भी सरकार को कटघरे में खड़ा किया जाएगा.
नेता विपक्ष ने कहा कि यह सरकार हर मोर्चे पर फेल हो चुकी है और नागरिकों को हो रही परेशानी से इसे कोई लेना देना नहीं है. पीने के पानी की दिक्कत से लेकर मानसून की बारिश में हुई मौतों पर सरकार ने संवेदनहीनता दिखाई और कोई एक्शन नहीं लिया, जो अत्यंत ही दु:खद है. साढ़े पांच महीने बाद होने जा रहे इस सत्र में प्रश्नकाल रखने की मांग के साथ हम सभी विधायक जल्द ही स्पीकर से मिलेंगे, ताकि दिल्ली में छाई अराजकता की स्थिति पर सरकार से जवाब मांगा जा सके.