नई दिल्ली : अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने पर दिल्ली बीजेपी के उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा ने कहा कि, गणपति जाते-जाते दिल्ली की सबसे बड़ी मुसीबत खत्म करके जा रहे हैं. केजरीवाल अब दिल्ली के सीएम दोबारा कभी नहीं बनेंगे. जिस दिन केजरीवाल ने दिल्ली ने हजारों सिविल डिफेंस वालों को नौकरी से निकाला था, उस दिन हमने कहा था कि आपकी कुर्सी भी जाएगी. दिल्ली के कच्चे कर्मचारी, ऑटो रिक्शा वाले, आंगनबाड़ी वाले, झुग्गी वालों के साथ केजरीवाल ने धोखा किया था, अब उसका हिसाब होगा. केजरीवाल को चुनौती है, हिम्मत हैं तो कठपुतली सीएम बनाने की जगह विधानसभा भंग करके चुनाव के मैदान में उतरो. केजरीवाल दिल्ली में जहां भी जाएंगे झूठ बेचने , हम भी वहां जाएंगे सच बताने.
आज सामने आएगा नया नाम
दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा ? आज इस पर से पर्दा उठ जाएगा. दो दिन पहले अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया था. आज अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के सभी विधायकों के साथ बैठक करेंगे. दिल्ली के सिविल लाइन स्थित मुख्यमंत्री आवास पर होने वाली इस बैठक में सभी विधायक समय से पहुंचे इसके लिए सभी विधायकों को पार्टी के सचिव पंकज गुप्ता की तरफ से बाकायदा पत्र भेजा गया है.
विधायक दल की बैठक में फाइनल होगा नाम
विधायक दल की बैठक से पहले सोमवार शाम को आम आदमी पार्टी की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (पीएसी) की मीटिंग हुई थी. जिसमें कौन होगा दिल्ली का मुख्यमंत्री इसको लेकर चर्चा हुई. बैठक के बाद मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि कमेटी के एक-एक सदस्यों से इस पर राय ली गई है. उन्होंने बताया कि मंगलवार को विधायक दल की बैठक के बाद ही नाम सामने आएंगे. इससे पहले अगर किसी के नाम की चर्चा होगी तो यह सिर्फ एक कयासबाजी ही होगी.
ये हैं मुख्य दावेदार
पार्टी सूत्रों की मानें तो दिल्ली सरकार की कैबिनेट में शामिल आतिशी, सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत और गोपाल राय मुख्यमंत्री पद के लिए प्रबल दावेदार हैं. इनमें से कोई मुख्यमंत्री बनेगा तो उनकी जगह कैबिनेट में नए चेहरे को भी जगह दी जाएगी. नए मुख्यमंत्री के लिए अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल के नाम की भी चर्चा है, लेकिन सूत्र बताते हैं, इसको लेकर अरविंद केजरीवाल ही सहमत नहीं हैं. मंगलवार शाम को अरविंद केजरीवाल उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से मुलाकात के बाद उन्हें अपना इस्तीफा सौंपेंगे. उसके बाद वह सरकारी सुविधाएं और सरकारी आवास जिसमें अभी रह रहे हैं, वह भी खाली कर देंगे.