छत्तीसगढ
बिलासपुर के निगम अधिकारी ने बीचोबीच लगवा दिया स्मार्ट एलईडी बोर्ड
बिलासपुर जिले में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सुगम यातायात स्थापित करने के लिए इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम चालू किया गया है। इससे लोगों का ई-चालान काटा जा रहा है। इसकी वजह से ही वाहन चालकों में ट्रैफिक सेंस तो आने लगा है। लेकिन इस सिस्टम में अभी भी कई तरह की खामियां है।
शहरवासियों को यातायात नियम का पालन करने की सीख तो दे रहे हैं, लेकिन कई चौक में ये ही अव्यवस्था पैदा कर रहे हैं। इन्हीं में से एक है, इंदु उद्यान चौक पर लगा स्मार्ट एलईडी बोर्ड। इसे लेफ्ट साइड फ्री सड़क की बीच में लगाकर खुद ही यातायात को बाधित कर रहे हैं। आइटीएमएस के तहत शहर के 10 प्रमुख स्थानों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम के तहत स्मार्ट एलईडी बोर्ड लगाया गया है। इसका मुख्य कार्य सभी तक जरूरी जानकारी पहुंचाना है। साथ ही स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम लागू करने में सहयोग करना है। लेकिन इंदु चौक पर यह एलईडी बोर्ड मापदंड को ताक में रखकर स्थापित कर दिया गया है।
इस चौक के चारों दिशा में मापदंड के अनुरूप लेफ्ट साइड फ्री की सुविधा दी गई है। यहां पर पूरे मापदंड से ट्रैफिक सिग्नल का संचालन हो सकता है। इसमें लेफ्ट साइड फ्री की ओर जाने वालों के लिए चौड़ी सड़क है। लेकिन इंदु उद्यान चौक से मंदिर चौक की ओर जाने वाले लेफ्ट साइड फ्री में ही एलईडी डिस्प्ले का टावर खड़ा कर डिस्प्ले लगा दिया गया है। इसकी वजह से यह लेफ्ट साइड फ्री नहीं हो पा रहा। टावर बनने की वजह से ही लेफ्ट साइड वाहन खड़े होने लगे हैं और ठेले भी लगने लगे हैं।
अब भी कई चौक में नहीं हैं लेफ्ट साइड फ्री
स्मार्ट ट्रैफिकिंग सिस्टम तो चालू कर दिया गया है। लेकिन मापदंड के अनुरूप चौक नहीं बना सके हैं। अधिकांश चौक में प्रमुख चौक ऐसे हैं, जहां पर लेफ्ट साइड फ्री की सुविधा तक नहीं है। इसमें जरहाभाठा का
प्लास्टिक के खंभे व बैरियर लगाकर काम चलाउ लेफ्ट साइड फ्री से काम चलाया जा रहा है। वहीं कई मंदिर चौक, व्यापार विहार से श्रीकांत वर्मा मार्ग मोड़, सीएमडी कालेज चौक, महाराणा प्रताप चौक के साथ अन्य प्रमुख चौक हैं।
सिग्नल की टाइमिंग सही नहीं, लेफ्ट साइड फ्री भी रहते हैं ब्लाक
पहले बताया गया था कि इस सिस्टम के तहत शहर की सभी चौक की टाइमिंग को एक साथ आपरेट किया जाएगा। हो यह रहा है कि किसी चौक में 90 सैकेंड का रेड लाइट है तो ग्रीन लाइट के लिए महज 20 से 25 सैकेंड का समय दिया जा रहा है, जबकि 90 सेकेंड के स्टाप में गाड़ियों की कतार लग जा रही है और कम समय के ग्रीन लाइट होने की वजह से कतार में पीछे खड़ी गाड़ियां चौक को पार ही नहीं कर पाती। इस वजह से उन्हे दो-दो बार रेड लाइट सिग्नल पर खड़े रहना पड़ जा रहा है। यदि ग्रीन सिग्नल में आप चौक क्रास कर गए तो आने वाले चौक में रेड लाइट मिलना तय रहता है।