छत्तीसगढ
अरपा पार 12 हजार उपभोक्ताओं को मिलेगी राहत, उच्च गुणवत्ता की विद्युत आपूर्ति के लिए बनाया गया है उपकेंद्र..
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में निर्बाध व गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति करने पर जोर दे रहा है। इसके तहत विद्यमान उपकेन्द्रों में स्थापित पावर ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि की जा रही है। वहीं नवीन उपकेन्द्रों के निर्माण पर बल दिया जा रहा है। यह उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता में हैं।
इसी परिप्रेक्ष्य में साइंस कालेज व सरकंडा मुक्तिधाम नाम से दो नए उपकेंद्र बनाए जा रहे थे। इसका कार्य पूरा होने के बाद बिजली कंपनी के अधिकारियों की उपस्थित में दोनों सब स्टेशन का विधिवत शुभारंभ किया गया। अब नगर वृत्त के अंतर्गत इन उपकेन्द्रों के ऊर्जीकरण होने से विद्युत उपभोक्ताओं की सेवाओं में वृद्धि होगी। उनसे प्राप्त शिकायतों का त्वरित निराकरण भी किया जा सकेगा।
मुख्य अभियंता ने थपथपाई पीठ
इस कार्य को सफलतापूर्वक किए जाने पर बिलासपुर क्षेत्र के मुख्य अभियंता एके अम्बस्ट ने नगर वृत्त बिलासपुर के अधीक्षण अभियंता, कार्यपालन अभियंता हेमंत चन्द्रा, सैय्यद मुख्तार, अनुपम सरकार, तृप्ति जांगड़े, सहायक अभियंता पीके चौबे, संजीव केशकर, दीप्तेन मुखर्जी, संतोष देवांगन, संचारी सिंह, वर्षा सोनी, छाया जीनस के अलावा परियोजना, मेंटेनेंस व एसटीएम टीम की सराहना की है। उनका हौसला भी बढ़ाया।
जानिए किन-किन क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को मिलेगी राहत
- साइंस कालेज उपकेन्द्र- विजयापुरम, सोनगंगा कालोनी, अशोक विहार फेस-1, सब्जी मंडी, अरपा रपटा, डबरीपारा, साइंस कालेज।
- सरकंडा मुक्तिधाम उपकेन्द्र- अशोक नगर चौक, चांटीडीह, राजस्व कालोनी, कपिलनगर व मुक्तिधाम की परिधि में आने वाले उपभोक्ता।बाक्सलागत एक नजर में।
- साइंस कालेज उपकेंद्र – एक करोड 96 लाख रुपये।
- सरकंड़ा मुक्तिधाम – एक करोड 86 लाख रुपये।
अब शहर में हो गए 32 सब स्टेशन
नगर वृत्त के अधीक्षण अभियंता पीआर साहू ने बताया कि इन दोनों उपकेन्द्रों के ऊर्जीकरण होने से अरपा पार के लगभग 12 हजार उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता की विद्युत आपूर्ति होगी। इसके साथ ही अब 32 सब स्टेशन हो गए हैं। पिछले साल शांति नगर में सब स्टेशन स्थापित किया गया था। कुछ और भी जगह है, जहां सब स्टेशन बनाने की योजना है। इसके अलावा उपकेन्द्रों में स्थापित पावर ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि का भी प्रयास किया जा रहा है।