RBI ने रेपो दर 6.25% से घटाकर 6.0% कर दी है।
यह लगातार दूसरी कटौती है जो गवर्नर संजय मल्होत्रा के तहत हुई है।
मौद्रिक नीति का रुख 'तटस्थ' से बदलकर 'समायोजनात्मक' किया गया है।
इस कदम का उद्देश्य अमेरिकी टैरिफ और वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच आर्थिक वृद्धि को समर्थन देना है।
RBI ने हाल ही में बैंकिंग सिस्टम में 80 बिलियन डॉलर की तरलता डाली है।