उच्च प्राकृतिक शुगर कंटेंट – गन्ने के रस में प्राकृतिक रूप से सुक्रोज (sucrose) की मात्रा बहुत अधिक होती है, जिससे ब्लड शुगर अचानक तेजी से बढ़ सकता है।
ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है – गन्ने का जूस हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) वाला होता है, जो शरीर में तेजी से ग्लूकोज़ रिलीज करता है और डायबिटिक रोगियों के लिए खतरनाक हो सकता है।
इंसुलिन की ज़रूरत बढ़ा देता है – गन्ने का रस पीने से शरीर को अधिक मात्रा में इंसुलिन रिलीज करना पड़ता है, जिससे शुगर लेवल को नियंत्रित करने में दिक्कत हो सकती है।
डायबिटीज़ के रोगियों के लिए जोखिम – डायबिटीज़ से पीड़ित व्यक्ति यदि गन्ने का रस नियमित रूप से पिएं, तो उनके शुगर लेवल में असंतुलन हो सकता है।
बिना फाइबर के कैलोरी लोड – गन्ने का रस पीने से केवल मीठा और कैलोरी शरीर में जाती है, लेकिन फाइबर नहीं, जिससे ब्लड शुगर नियंत्रण में बाधा आती है।