मधुमेह रोगी – चावल का हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स ब्लड शुगर तेजी से बढ़ा सकता है।

वजन बढ़ने का खतरा – अधिक कार्बोहाइड्रेट से वजन तेजी से बढ़ सकता है। 

पाचन समस्या – कम फाइबर वाला चावल कब्ज की समस्या पैदा कर सकता है। 

हृदय रोगी – चावल ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ाकर दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है। 

अस्थमा के मरीज – चावल की ठंडी तासीर सांस की तकलीफ बढ़ा सकती है। 

बासी चावल – बासी चावल खाने से फूड पॉइज़निंग की आशंका होती है। 

आर्सेनिक का खतरा – लंबे समय तक चावल सेवन से आर्सेनिक के कारण गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।