नान – दिखता वेज, लेकिन हो सकता है नॉनवेज! क्या आप जानते हैं? जब आप रेस्टोरेंट में नान ऑर्डर करते हैं, तो आप सोचते हैं ये सिर्फ आटे या मैदे से बना है। लेकिन कई बार इसे नरम और फूला हुआ बनाने के लिए इसमें अंडा मिलाया जाता है, जिससे यह शुद्ध शाकाहारी नहीं रहता।

पैकेज्ड जूस – सेहत के नाम पर धोखा? सच्चाई जानिए: पैक में मिलने वाला जूस हमेशा शुद्ध वेज नहीं होता। कुछ कंपनियां इसमें Omega-3 फैटी एसिड मिलाती हैं, जो मछली के तेल से बनता है। यानी ये जूस दिखने में वेज, लेकिन असल में नॉनवेज हो सकता है।

चीनी – मीठा ज़रूर, लेकिन पूरी तरह शुद्ध नहीं हैरान करने वाली बात: हम जो सफेद चीनी खाते हैं, उसे चमकदार बनाने के लिए बोन चार (जानवरों की हड्डियों से बना पदार्थ) का इस्तेमाल होता है। इसलिए सामान्य सफेद चीनी भी हमेशा शाकाहारी नहीं मानी जाती।

जेली – बच्चों की फेवरेट, लेकिन शाकाहारी नहीं ध्यान दें: रंग-बिरंगी जेली में जो कोलेजन होता है, वो जानवरों की हड्डियों से तैयार किया जाता है। यानी ये भी शुद्ध शाकाहारी नहीं होती, भले ही पैकिंग में ऐसा न लिखा हो।

डोनट – स्वादिष्ट लेकिन भ्रमित करने वाला सावधान रहें: डोनट्स को नरम और स्वादिष्ट बनाने के लिए L-cysteine मिलाया जाता है, जो अक्सर बत्तख के पंखों से निकाले गए एमिनो एसिड से बनता है।

चीज़ – हर डिश में इस्तेमाल, लेकिन क्या ये शुद्ध है? जानने लायक: चीज़ बनाने में रेनेट नाम का एंजाइम इस्तेमाल होता है, जो जानवरों के पेट से निकाला जाता है। इसलिए यह पूरी तरह शाकाहारी नहीं होता, खासकर जो परंपरागत पद्धति से बनाई जाती है।