दुनिया में करेंगे राज, अगर मान ली आचार्य चाणक्य की ये बात....

किसी भी व्यक्ति को आवश्यकता से अधिक 'सीधा' नहीं होना चाहिए। वन में जाकर देखो- सीधे तने वाले पेड़ ही काटे जाते हैं, टेढ़े को कोई नहीं छूता।

कमजोर व्यक्ति को भी हर वक्त अपनी कमजोरी का प्रदर्शन नहीं करना चाहिए।

कमजोर व्यक्ति को भी हर वक्त अपनी कमजोरी का प्रदर्शन नहीं करना चाहिए।

कभी भी अपने रहस्यों को किसी के साथ साझा मत करो, यह प्रवृत्ति तुम्हें बर्बाद कर देगी।

हर मित्रता के पीछे कुछ स्वार्थ जरूर छिपा होता है। यह कटु सत्य है, लेकिन यही सत्य है।