85 लाख का कर्ज तीन साल में ही 12 करोड़, छोड़ना पड़ा शहर, RBI से की शिकायत..
जगदलपुर : बस्तर संभाग के मुख्यालय में सूदखोरी की फिर चर्चा हो रही है। शहर के एक ठेकेदार बिल्लू बजाज ने सूदखोर नानजी भाई चोपड़ा से 85 लाख का कर्ज लिया था, जो तीन साल में बढ़कर 12 करोड़ हो गया। प्रताड़ना के चलते उन्हें शहर छोड़कर रायपुर में रहना पड़ रहा।
पीड़ित ने इसकी शिकायत 29 नवंबर को आरबीआइ रीजनल कार्यालय रायपुर समेत दिल्ली मुख्यालय की है। इस पर चोपड़ा ने कहा कि लेन-देन का विषय मेरे व बिल्लू के बीच का है। प्रताड़ना का आरोप निराधार है।
2019 में लिया था 85 लाख का कर्ज
ठेकेदार ने कहा है कि 2019 में उसने चोपड़ा से 85 लाख रुपये का ऋण लिया था। 2022 में यह रकम बढ़कर करीब 12 करोड़ हो गई। चोपड़ा की हैंडराइटिंग में उपलब्ध खाते में जो हिसाब दर्ज है, उसमें चेक से ब्याज की रकम चोपड़ा की पुत्रवधू रीता के खाते में अंतरित की गई है। इसके बाद ब्याज की राशि लगातार बढ़ती रही। प्रताड़ना के चलते बजाज के परिवार को शहर तक छोड़ना पड़ गया।
खुद का चला रहा अवैध बैंक
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि चोपड़ा ने अपनी शर्तों और दरों पर एक अवैध बैंक संचालित कर रखा है। इसका न तो आरबीआइ से लाइसेंस लिया है न वित्त विभाग के नियमों का पालन कर रहा है। अवैध सूदखोरी के इस कारोबार में लेन-देन चोपड़ा और उसके स्वजनों के बैंक खातों से खुलेआम किया जा रहा है। शिकायतकर्ता ने सभी खातों की जांच करवाने की मांग की है।
36 प्रतिशत की दर पर देता है कर्ज
शिकायतकर्ता ने बताया कि चोपड़ा 10 प्रतिशत सालाना ब्याज पर बाजार से पैसे उठाता है और 36 प्रतिशत के हिसाब से जरूरतमंद व्यापारियों को दे देता है। इसके बाद ब्याज की वसूली के लिए डराया-धमकाया जाता है।