रायपुर नगर निगम बना अखाड़ा, नौ लाख के टेंडर के लिए भिड़े पार्षद और ठेकेदार, मामला पहुंचा पुलिस थाने…
रायपुर। नगर निगम जोन-9 की टेंडर शाखा में ठेकेदार और पार्षद आपस में भिड़ गए और मारपीट कर दिए। जिससे ठेकेदार के नाक पर गहरी चोट आई और खून बहने लगा। दरअसल नेताजी सुभाष चन्द्र बोस वार्ड के भावना नगर में नौ लाख के सीसी रोड निर्माण कार्य का टेंडर खुलने का मामला था। यह टेंडर गुरुवार को ही खुलना था, लेकिन नेताजी सुभाष चन्द्र बोस वार्ड के पार्षद रोहित साहू नहीं चाहते थे कि टेंडर नगर निगम के रजिस्टर्ड ठेकेदार ओम राठौर को मिले। क्योंकि वार्ड पार्षद का कहना है कि यह ठेकेदार गुणवत्ताहीन कार्य करता है। इसको ठेका नहीं मिलना चाहिए।
वहीं, ठेकेदार पक्ष के लोगों का कहना है कि पार्षद अपने चहेते ठेकेदार पवन जैन को ठेका दिलाने का वादा किया था। इसी मुद्दे को लेकर टेंडर लेने पहुंचे ठेकेदार और पार्षद दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई है और बातों ही बातों में एक-दूसरे से गाली गलौज शुरू कर दिए। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों एक-दूसरे के साथ खींचातानी करना शुरू कर दिए। धक्का-मुक्की के बीच ठेकेदार ओम राठौर गिर गए और उनकी नाक पर गहरी चोट आई है।
पार्षद का मोबाइल छीना
मारपीट के दौरान पार्षद का ठेकेदार ने मोबाइल छीन लिया। पार्षद के घर वालों का आरोप है कि ठेकेदार ने मोबाइल छीन लिया है। जिसकी शिकायत उनके द्वारा मोवा थाना में की गई है। पार्षद और ठेकेदार के बीच लंबे समय से विवाद बना हुआ है। ठेकेदार द्वारा लगातार पार्षद की छवि गिराने के लिए गुणवत्ताहीन कार्य किया जा रहा है। जिस कारण पार्षद नहीं चाहते कि उनके वार्ड से संबंधित कोई भी कार्य इस ठेकेदार को मिले। वहीं, ठेकेदार पक्ष का आरोप है कि पार्षद अपने चहेते ठेकेदार पवन जैन को ठेका दिलाना चाहता है इस लिए मारपीट तक कर दी।
ठेकेदार की जान को खतरा
इधर ठेकेदार ने नगर निगम के जोन कार्यालय में वीडियो बनाते हुए कहा है कि उसकी जान को खतरा है। कभी भी उसकी जान जा सकती है। अगर उसे कुछ होता है तो इसकी जिम्मेदारी पार्षद रोहित साहू की होगी। रोहित के लोग उसे जान से मार सकते हैं। उसकी नाक पर गहरा वार कर जान से मारने की कोशिश की गई है।
ठेकेदार संघ पहुंचा थाने
मारपीट के बाद निगम का ठेकेदार संघ पार्षद पर एफआईआर दर्ज करवाने के लिए थाने पहुंचा। जहां जाकर पार्षद द्वारा मारपीट किए जाने की शिकायत दी गई। पार्षद पक्ष के लोग भी थाने में जाकर ठेकेदार के द्वारा की गई बतमीजी और दादागीरी की शिकायत दे दी है।