छत्तीसगढ़: खोंड़ गांव में पीएम आवास योजना का लाभ नहीं मिलने से ग्रामीणों में रोष
जांजगीर-चाम्पा के अकलतरा ब्लॉक का यह खोंड़ गांव, स्वतंत्र पंचायत है. यहां केंद्र और राज्य सरकार की अन्य योजनाओं का क्रियान्वयन हो रहा है, लेकिन विडम्बना देखिए प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ 8 बरसों में खोंड़ गांव के एक भी ग्रामीण को नहीं मिल सका है. ऐसा नहीं है कि ग्रामीणों ने पीएम आवास के लिए आवेदन नहीं किया है. किसी ने 2 बार तो किसी ने 3 से 4 बार आवेदन किया है, लेकिन इतने बरसों बाद भी पीएम आवास योजना का लाभ यहां के एक भी ग्रामीण को नहीं मिल सका है.
खोंड़ गांव में 254 ग्रामीणों ने पीएम आवास योजना के लिए आवेदन किया है, लेकिन यहां एक भी पीएम आवास नहीं बन सका है, जबकि गांव में जिस भी गली में जाएं, मिट्टी के टूटे मकान मिल जाएंगे, जिन्हें बरसों से पीएम आवास योजना के तहत पक्के मकान बनने का इंतजार है. ग्रामीण भी पीएम आवास योजना का लाभ नहीं मिलने से परेशान हैं. उन्हें भी बरसों से इंतजार है कि आखिर कब तक पीएम आवास का घर बने ?
यह हैरान करने वाली बात जरूर है कि जब हर गांव में पीएम आवास बन रहे हैं तो खोंड़ गांव में पीएम आवास क्यों नहीं बने ? इसे प्रशासन की लापरवाही कहें या चूक ? जो भी बात हो, लेकिन ऐसी स्थिति में ग्रामीणों की दुर्दशा खत्म नहीं हुई है. मामले में अपर कलेक्टर एसपी वैद्य ने कहा है कि सर्वे में खोंड़ गांव छूट गया है. समस्या की जानकारी आई है. कोशिश की जा रही है कि ग्रामीणों को पीएम आवास योजना का लाभ मिल जाए.
इस मसले से सरकार और प्रशासन को पता नहीं रहा है. अकलतरा के पूर्व विधायक सौरभ सिंह ने विस में यह मुद्दा उठाया था. डिप्टी सीएम विजय शर्मा को पत्र लिखा है. दूसरी ओर, सरपंच नोहर बरेठ का कहना है कि गांव से बार-बार आवेदन भेजा गया है. समस्या से सभी अफसरों को अवगत कराया गया है, लेकिन यह समस्या दूर कैसे नहीं हुई, यह उन्हें भी किसी ने नहीं बताया है.
खोंड़ गांव का यह जिस तरह का मामला है, यह जितना हैरान करने वाला है, उतना ही बड़ी लापरवाही को दर्शाता है. खोंड़ गांव में अब तक एक भी पीएम आवास क्यों नहीं बना, किस वजह से नहीं बना और किसकी लापरवाही से नहीं बना, इसकी जांच होनी चाहिए ? सबसे बड़ा सवाल, आखिर ग्रामीणों का इंतजार कब खत्म होगा और देखने वाली बात होगी कि उन्हें कब तक पीएम आवास योजना का लाभ मिल पाएगा ?