छतरपुर में हिंसा के आरोपी पूर्व सदर के बंगले पर चला बुलडोजर, 250 के खिलाफ केस दर्ज
मध्य प्रदेश के छतरपुर में मोहम्मद पैगंबर साहब पर टिप्पणी को लेकर ज्ञापन देने पहुंची भीड़ ने बुधवार को हिंसा कर दी थी। थाने पर पथराव में थाना प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हुए थे। इस मामले को पुलिस-प्रशासन ने सख्ती से लिया और बुलडोजर की कार्रवाई की। हिंसा के आरोपी पूर्व सदर मोहम्मद हाजी अली के आलीशान बंगले पर बुलडोजर चला है। आरोप है कि थाने पर पथराव कर रही भीड़ का नेतृत्व पूर्व सदर ही कर रहा था। पुलिस ने इस मामले में 50 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट की है। साथ ही 200 अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया है।
मामला बुधवार का है। छतरपुर की अंजुमन इस्लामिया कमेटी के सदर के नेतृत्व में तमाम मुस्लिम समुदाय के लोग सिटी कोतवाली थाना पहुंचे थे। वहां महाराष्ट्र के अहमदनगर में रामगिरी महाराज की पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी का विरोध किया और ज्ञापन सौंपा जाा था। मुस्लिम समुदाय कार्रवाई एवं तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहा था। आवेदन में लिखा था कि अहमदनगर में 15 अगस्त को रामगिरि महाराज ने पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की शान में आपत्तिजनक टिप्पणी की है। उनकी पत्नी के विरुद्ध आपत्तिजनक एवं अपमानजनक शब्दों का प्रयोग कर हमारी धार्मिक भावनाओं को आहत किया है।
रामगिरी महाराज का भाषण फेसबुक पर छतरपुर के मोहम्मद इरफान एवं मोहम्मद अरशद ने देखा व सुना है। इससे उसकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। आवेदन में रामगिरि महाराज के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 196 197(1 ) 299 ,353 (2) एवं 152 के तहत घोर अपराध बताते हुए तत्काल गिरफ्तारी किए जाने की बात कही गई। साथ ही यह चेतावनी भी लिखी थी कि ऐसा न किए जाने पर महाराष्ट्र सहित मध्य प्रदेश में भी शांति भंग की आशंका है। बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोगों ने कोतवाली थाने पहुंचकर घेराव किया। फिर भीड़ अचानक हिंसक हो गई। कुछ लोगों ने कोतवाली थाने और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। घटना में कोतवाली थाना प्रभारी अरविंद कुजूर सहित तीन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। थाने के वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।