बेंगलुरु भगदड़ पर बोले राहुल द्रविड़- यह काफी निराशाजनक और दुखद है

बेंगलुरु |
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और टीम इंडिया के पूर्व कोच राहुल द्रविड़ ने आखिरकार बेंगलुरु भगदड़ पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। आईपीएल 2025 का खिताब जीतने के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के जश्न में उमड़ी भीड़ में मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर द्रविड़ ने गहरी संवेदना जताई है और इसे बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।
“यह शहर खेलों का शौकीन है”: राहुल द्रविड़
द्रविड़, जो खुद बेंगलुरु निवासी हैं और एक समय RCB के लिए आईपीएल खेल चुके हैं, ने कहा:
“यह काफी निराशाजनक है। बहुत दुखद। मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं।”
उन्होंने आगे कहा, यह शहर सिर्फ क्रिकेट ही नहीं, बल्कि फुटबॉल और कबड्डी जैसे अन्य खेलों के लिए भी उत्साह रखता है। इस शहर की खेल संस्कृति समृद्ध है और ऐसी घटना उसका दुखद क्षण है।
भगदड़ में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना
द्रविड़ ने यह भी कहा कि RCB के फैंस की संख्या बहुत बड़ी है, और यह घटना जश्न के दौरान नहीं होनी चाहिए थी।
“यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मैं इस हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों और घायलों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।”
क्या हुआ था 4 जून को?
4 जून को आरसीबी की जीत के जश्न के दौरान हजारों फैंस चिन्नास्वामी स्टेडियम और उसके आसपास इकट्ठा हो गए थे। टीम और ट्रॉफी के दीदार के लिए बेताब लोगों के बीच अव्यवस्था और भीड़ नियंत्रण में चूक के कारण भगदड़ मच गई। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हुए।
जवाबदेही और कार्रवाई
घटना के बाद राज्य सरकार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए कई सीनियर पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया।
वहीं, RCB के मार्केटिंग एंड रेवेन्यू हेड निखिल सोसले को गिरफ्तार कर लिया गया है। माना जा रहा है कि इवेंट की योजना और भीड़ प्रबंधन में भारी चूक हुई थी।
मुआवजे की घोषणा
कर्नाटक सरकार ने पहले मृतकों के परिवारों को ₹10 लाख का मुआवजा देने की घोषणा की थी, जिसे अब बढ़ाकर ₹25 लाख कर दिया गया है।
RCB फ्रेंचाइजी ने भी प्रत्येक मृतक परिवार को ₹10 लाख देने का ऐलान किया है।
फिलहाल स्थिति क्या है?
राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन ने मामले की आंतरिक जांच शुरू कर दी है, और आगे और भी जवाबदेही तय किए जाने की संभावना है। वहीं, आम जनता और फैंस में RCB और सरकारी तंत्र को लेकर नाराजगी बनी हुई है।





